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Shibu Soren Death News: नहीं रहे दिशोम गुरु शिबू सोरेन, झारखंड में 3 दिन का राजकीय शोक, 2 दिन बंद रहेंगे सरकारी दफ्तर

रांची/दिल्ली: झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक संरक्षक दिशोम गुरु शिबू सोरेन का सोमवार को निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे और लंबे समय से किडनी से जुड़ी समस्याओं से जूझ रहे थे। दिल्ली स्थित सर गंगा राम अस्पताल में सुबह 8:56 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उनके निधन से झारखंड समेत पूरे देश में शोक की लहर है।

राज्य सरकार ने उनके सम्मान में 4 अगस्त से 6 अगस्त 2025 तक तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। इस दौरान राज्य के सभी सरकारी भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा और कोई भी राजकीय समारोह आयोजित नहीं किया जाएगा।

कैबिनेट सचिवालय एवं निगरानी विभाग (समन्वय) द्वारा जारी पत्र में बताया गया कि 4 और 5 अगस्त को राज्य के सभी सरकारी कार्यालय बंद रहेंगे। आदेश का अनुपालन सुनिश्चित करने के लिए सभी जिलों के उपायुक्तों, प्रमंडलीय आयुक्तों और पुलिस अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं।

डॉ. ए. के. भल्ला, जो सर गंगा राम अस्पताल के नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष हैं, ने पुष्टि की कि शिबू सोरेन को सोमवार सुबह मृत घोषित किया गया।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, जो उनके पुत्र भी हैं, ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा,

“आदरणीय दिशोम गुरुजी हम सबको छोड़कर चले गए... मैं आज ‘शून्य’ हो गया हूं।”

शिबू सोरेन के निधन पर झारखंड ही नहीं, पूरे देश के राजनीतिक, सामाजिक और जनजातीय संगठनों ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। उनके योगदान को याद करते हुए विभिन्न क्षेत्रों के लोगों ने उन्हें सच्चा जननायक बताया।

जीवन परिचय:
शिबू सोरेन झारखंड आंदोलन के एक प्रमुख स्तंभ थे। उन्होंने आदिवासी अधिकारों, जल-जंगल-जमीन और क्षेत्रीय अस्मिता की लड़ाई को राष्ट्रीय मंच तक पहुंचाया। वह झारखंड राज्य गठन के बाद इसके पहले कुछ मुख्यमंत्रियों में शामिल रहे और तीन बार मुख्यमंत्री पद पर आसीन हुए। साथ ही वे केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे।

उनका राजनीतिक जीवन संघर्षों से भरा रहा और उन्होंने झामुमो के माध्यम से झारखंड की आत्मा को स्वर देने का काम किया।

 

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