Rudraprayag Bus Accident: उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में बड़ा हादसा...यात्रियों से भरी बस अलकनंदा नदी में गिरी...एक की मौत...कई लापता
रुद्रप्रयाग– उत्तराखंड (Uttarakhand) के रुद्रप्रयाग (Rudraprayag) जिले से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। जिले के घोलतीर क्षेत्र में यात्रियों से भरी एक बस अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिरते हुए सीधे अलकनंदा नदी (Alaknanda river) में समा गई। हादसा बद्रीनाथ हाईवे (Badrinath Highway) पर हुआ जब बस पहाड़ी रास्ते पर फिसलकर नीचे लुढ़क गई।
जानकारी के अनुसार इस बस में करीब 18 से 20 यात्री सवार थे। अब तक 8 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है जबकि एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि हुई है। राहत एवं बचाव कार्य में जुटी टीम के मुताबिक कई लोग अब भी लापता हैं और उन्हें ढूंढ़ने का प्रयास जारी है।
तेज बारिश और नदी के उफान से बढ़ी मुसीबत
हादसे के समय क्षेत्र में तेज बारिश हो रही थी जिससे अलकनंदा नदी में पानी का बहाव अत्यधिक तेज था। बस नदी में गिरने से पहले कुछ यात्रियों को बाहर गिरते देखा गया जो फिलहाल पहाड़ियों पर फंसे हुए हैं। उन्हें बचाने के लिए बचाव टीमें प्रयास कर रही हैं।
SDRF ने संभाला मोर्चा
घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ पुलिस व स्थानीय प्रशासन की टीमें घटनास्थल पर पहुंचीं और तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। हालांकि खराब मौसम और नदी के तेज बहाव के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में काफी दिक्कतें आ रही हैं।
उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता आईजी नीलेश आनंद भरणे ने बताया
“घोलतीर क्षेत्र में एक बस अनियंत्रित होकर अलकनंदा नदी में गिर गई है। बस में 18 यात्री सवार थे। रेस्क्यू ऑपरेशन तेजी से चलाया जा रहा है। SDRF की टीम मौके पर मौजूद है।”
मौके पर भीड़ मदद को जुटे स्थानीय लोग
हादसे के बाद मौके पर बड़ी संख्या में स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए। कुछ स्थानीय लोग भी राहत कार्य में सहायता कर रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बचाव कार्य में बाधा न बनें और सहयोग करें।
बस हादसा क्यों हुआ?
फिलहाल हादसे की मुख्य वजह बस का अनियंत्रित हो जाना और फिसलन भरी सड़क मानी जा रही है। मौसम विभाग ने पहले ही उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की थी।
प्रशासन ने की अपील
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे खराब मौसम के दौरान पर्वतीय मार्गों पर यात्रा से बचें और जरूरी दिशा-निर्देशों का पालन करें। राहत एवं बचाव कार्य जारी है और स्थिति पर नजर रखी जा रही है।

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